मंगलवार, 31 जुलाई 2012
सरकार भंडारण सडा लाखों टन अनाज
July 9 2012
Vinod Sharma ने पूछा तो याद आया --
जब सरकार के पास भंडारण की व्यवस्था ही नहीं है तो सर्दी/गर्मी/बरसात में सड़ाने के लिए लाखों टन अनाज क्यों खरीदती है सरकार? किसके लिए खरीदती है? क्या इसका एक दाना भी करीब तक पहुँचता है?
उत्तर --
विनोदजी, क्या आप वाकई अनजान हैं कि यह सडा (या कभी कभी भविष्यमें सडनेवाला अनाज) सरकार औने-पौऩे दामोंमें बियर कंपनियोंको बेचती है और वे कंपनियाँ मुनाफा कमाते हुए यदि सरकारपर दयालु हो गईं तो एक्साइज टॅक्स भी भर देती है। इस प्रकार एक ओर एक्साइजसे सरकारी तिजोरी भरना, दूसरी ओर शराब कंपनियोंकी मित्रता (और बेनामी शेयरहोल्डिंग भी) तीसरी ओर इलेक्शनके फंडिंगकी व्यवस्था । इसे उजागर करना हो और रोकना हो तो शुरुआत करेंगे एफसीआयके १० चुने हुए गोदामोंसे -- कि पिछले पांच वर्षोंमें उनका कुल टर्न ओव्हर, मुनाफा या घाटा क्या रहा, कितना अनाज राइट-ऑफ हुआ या सस्ते दामोंमें गैर-खाद्य उपयोगके लिये भेजा गया। उस दौरान वहाँका मुख्य व्यवस्थापक कौन था । जाननेके हकके माध्यमसे यह जानकारी लें और नियोजित ढंगसे लोगोंके सम्मुख लायें तो ये कारनामे कम कराये जा सकेंगे।
Vijayanta Chitale, Nilesh Chandrakant Dandekar and 33 others like this.
Milind Ranade sharad pawar zindabaad....
July 9 at 4:03am · Like
Arpita Sharma I am soooooo surprised.....thank you mam...
Aaj khuli sarkar ki pol
July 9 at 7:05am · Like
Rj Rawat · Friends with Sukhveer Singh
to bad
July 9 at 7:32am · Like
Najeeb Khan shame for those concerned,billions do not have food two times a day,they due to irresponsibility and corruption to make up the losses on stocks let it lie intentionally.this helps in manipulating the corrupt practices.
July 9 at 8:26am · Like
Shiv Salunke · Friends with Kishor Gore and 2 others
there is no political will and policies to curb this wastage. it is a pity even those who load and unload do not care as they are worried about their wages, politicians and traders nexus are worried about lining their pockets with gold.
July 9 at 9:20am · Like
Dhiraj Zope · Friends with Mohan Waykole and 2 others
My view is different, they are doing it purposely so that once it is get damaged they can ( Maharashtra Winery owner, relatives of our politician of all parties) buy it on very cheap or free of cost and fed their wine factory and spirit producing firms . Govt something pay money to contractor to remove this from go- down. Maharashtra Ministers are not that much fool.. they are doing it purposely and there are maximum number of wineries in Maharashtra. This is my view and same thing I come to know about while travelling from Nasik to Mumbai with one business man who is associated with such business. Names behind are big shot peoples from Baramati, Nasik, Sangli, Jalgaon,,, etc etc..!!
July 9 at 9:57am · Unlike · 2
Leena Mehendale Dhiraj Zope -- that is exactly the case -- they may not be wineries but brewries.
July 9 at 12:03pm · Like · 1
Chandrakant Lavekar · Friends with Rajendra Kumar Chadha
ham kitane abhagi hai ki itna anaj ka bhandar hote huye bhi garibo ko anaj dene nahi ata our anaj rakhanr ki vyasha bhi karne nahi ati yane jantako donptarah se parishani karti hai ye hamari sarkar
July 9 at 1:05pm · Like
Dhiraj Zope · Friends with Mohan Waykole and 2 others
Leena Mehendale ji : Yes madam, ur correct. Sorry for mistake.
July 9 at 1:38pm · Like
Abhijit Shinde ccea ne 2 million tonnes wheat export karneka faisla kiya, shayad ye thoda overflowing godamo ka load kam kar sake.
i will be better to distribute some wheat to bpl n apl cardholders.
July 10 at 9:06am · Like
Abhijit Shinde sadne se to bach jayega
July 10 at 9:06am · Like
Krishna Musale · 6 mutual friends
galti sirf sarkar ki h ............... sahi na
July 10 at 1:46pm · Like
Sanjay Nandoskar · Friends with Nilesh Chandrakant Dandekar
jab sade hue deemag wale log desh chalate ho tab SADE HUE ANAAJ SE BARAMATI ME WINE BANAYENGE
July 10 at 8:10pm · Like
Vidushi Sharma · Friends with Rajendra Kumar Chadha
apni sanskriti kehati hai ann ka anader mat karo
July 10 at 8:32pm · Like
Hafeez Siddiqui · Friends with Amar Habib
leena j san 2008 se san 2012 is bech me belopowarty line ke logo ke list govt ne diclaear ke hai lekin aj tak un logo ko card nahe deay. dist BEED.
बलसागरच्या अनुवादाबद्दल
July 1
अनुवादातून आपण भाषाभाषांमधले, बोलीबोलींमधले सौहार्द वाढवत असतो. आपल्या भारतात चाळीसएक प्रमुख भाषा व सात हजाराहुन अधिक बोलीभाषा आहेत. कुठल्या देशाला मिळाला आहे एवढा मौल्यवान ठेवा ?
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Vijay Prabhakar Nagarkar, Tejlaxmi Dhananjay Dhopaokar and 44 otherslike this
Mina Patil · Friends with Sadhana Natu and 3 others
सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा......
July 1 at 9:45pm · Like · 1
स्वाती ठकार अप्रतिम अनुवाद लीनाजी ...☺☺☺
July 1 at 9:56pm · Like
प्रमोद देव वा! लीनाजी,खूपच सुंदर आणि मुख्य म्हणजे गेय अनुवाद केलाय...अनुवाद करणं तसं कठीणच पण त्याहूनही कठीण म्हणजे मूळ काव्यातली गेयताही त्यात उतरवणं...तुम्ही दोन्ही कसोट्यांमध्ये १००% यश मिळबलंत....अभिनंदन!
July 1 at 9:56pm · Like · 3
Sanjay Bhagat Superb !!! am sharing this on my Muktangan Page please.
July 1 at 10:46pm · Like
Harihar Sharma वाह लीना जी, निराशा के दौर में आशा का दीपक जलाता गुरूजी का सन्देश हम तक पहुँचने के लिए आभार !
July 1 at 10:58pm · Like
Avinash G Kulkarni · 8 mutual friends
GR8
July 1 at 11:00pm · Like
Shantanu Abhyankar chaan
July 1 at 11:31pm · Like
Leena Mehendale गूगलपर balasagar bharat mp3 लिखनेसे कई लिंक मिलेंगे जिनपर मूल गीत एक बहुत ही ओजवान धुनमें सुना जा सकता है। हिदी गीतभी उसी धुनपर बिलकुल फिट बैठता है और फंक्शनोंमें गाया जा सकता है।
July 1 at 11:32pm · Like
Shriniwas Deshpande Vah
July 1 at 11:43pm · Like
Rahul Dev धन्यवाद लीना जी यह उपलब्ध कराने के लिए।
July 1 at 11:48pm · Like
Gopikrishna Dabi mam ase desh udgark oli ata lihalya jat nahit ani tyamulech Sampradaikta ani arajakta wadhali ahe.... Aj kal.... SONE KI CHIDIYA, DENGU MALERIYA, PHIR BHI BHARAT MAATA KI JAI.... ASE GAANE BANTAT... ANI TYALA NAHI SENCOR nahi court ban kart he khup wait gosht ahe
July 2 at 2:30am · Like
अरविंद चौधरी Dhanyavaad
July 2 at 8:37am · Like
अरविंद चौधरी !! ॐ नमः शिवाय !!
सुप्रभात .................
July 2 at 8:37am · Like
Nawal Dwivedi · Friends with अनुपमा मिश्रा
जय भोले भंडारी भूखे को अन्न प्यासे को पानी ===== गुरूजी
अभिमान और गर्व -- हृषीकेश पर
July 24 2012
आज के दिन अपना अभिमान और गर्व प्रकट करनेमें कोई संकोच नही है। क्योंकि मेरे बेटेने स्वयं 4-सीटर विमान चलाकर और सवा-तीन घंटेकी नॉन-स्टॉप उडान भरकर मुझे, मेरी बहू और पोतेको सॅन-होझे एअरपोर्टसे क्रेटर लेक तककी सैर कराई। करीब डेढ घंटेका रास्ता उंची पहाडियोंपरसे जाता था जब हम धरतीसे औसतन साढे-आठ हजार फीट पर उड रहे थे और बीचमें एक बार तो साढे दस हजार फीटकी उंचाई पर थे। रफ टेरेनमें अपने मनका बॅलेंस रखकर विमानको बॅलेंस करना पडता है।
दो दिन क्रेटर लेक में गुजारकर और वापसी में फिर एक बार सवातीन घंटेकी उडान भरकर हम आज शाम वापस लौटे।
जय हो, जय हो, जय हो हृषीकेश -- क्या बेटा पाया है।
सत्यकाम जाबाली का संस्कार
सत्यकाम जाबाली का संस्कार --
मैं फिलहाल अमेरिका में हूँ यह जानकर एक मित्रने पूछा -- what difference you see between india and usa? why they leading world?
मेरा उत्तर --
will need long answer. But honesty, truthfulness, which was part of our sanskriti is missing in India in a large %. It is a part of sanskriti of these people here.
यह सत्यका संस्कार हमें फिर से कैसे मिले? हममें से हरेकको अपना बोधवाक्य खुद ढूँढना पडता है -- लेकिन क्या हम सभी अपना बोधवाक्य चुन सकते हैं -- ऋतं वच्मि, सत्यं वच्मि।
उपनिषदों में कथा आती है सत्यकाम जाबालीकी। गुरूगृह जाकर शिक्षा लेनेकी इच्छासे उसने माँसे पूछा -- मेरे कुलके विषय में पूछेंगे तो क्या उत्तर दूँगा ? माँने कहा बेटे मैंने कइयोंके घर सेवा करके गुजारा किया है, उसी दौरान किसीके संपर्कसे तुम्हारा जन्म हुआ। यह बात तुम जिसे भी बताओगे वही तुम्हें दुत्कारेगा लेकिन जो इसके बाद भी तुम्हें शिष्यरूपमें स्वीकार करे उसीके पास पढना क्योंकि सत्यसे बढकर संसारमें कुछ भी नही।
जाबाली का यह जन्म इतिहास सुनकर जिसने उसे शिष्यरूपमें स्वीकारा (मुझे नाम भूल रहा है) उसने जाबाली की माँकी सत्यनिष्ठाको प्रणाम करते हुए उसका नामकरण किया सत्यकाम जाबाली -- बादमें यह सत्यकाम ब्रह्मवेत्ता हुआ और स्वयं अग्निने हंसके रूपमें आकर इसे ब्रह्मज्ञान दिया।
जब हम ऐसी सत्यनिष्ठा को अपनाएंगे और जातिपाति के विच्छेदक तत्वको दूर रखेंगे तभी हम पुनः संस्कारवान होंगे। बाकी सारे संस्कार सत्यनिष्ठासे ही आते हैं।
Dhiraj Zope · Friends with Mohan Waykole and 2 others
पैसा रे पैसा कमायेगा कैसा..?? मर जाने के बाद, साथ मे लेके जायेगा कैसा..?? आज काल " पैसा " हे सर्व श्रेष्ट झाले आहे..!! त्या मुले हळू हळू मैत्री, नातीगोती, विश्वास अर्हता संपुष्टात यायला लागली आहे..!! पूर्वी शुभंकरोती म्हटल्याशिवाय संध्याका...See More
June 7 at 11:21am · Like
Leena Mehendale पण आशाच सोडून देणार का -- पणतीचे उत्तर पहा -- माझ्या जिवांत जीव असेपर्यंत या अंधाराचा नाश करण्याला तत्पर राहीन.
June 7 at 11:33am · Like · 1
Leena Mehendale माझ्या या पोस्टसाठी छानसे चित्र शोधायला गूगल सर्च केले तर वालसंस्कार नावाची अत्यंत चांगली साइट पहायला मिळाली. सर्वांनी नक्की पहा. http://balsanskar.com/marathi/
Balsanskar | बालसंस्कार
balsanskar.com
आपले मूल सुसंस्कारित व्हावे, अशी प्रत्येक पालकाची इच्छा असते; मात्र त्यासाठी त्या दृष्टीने जाणीवपूर्वक प्रयत्न करणे, हे त्यांचे कर्तव्य ठरते.
June 7 at 11:39am · Like · 4 ·
Dhiraj Zope · Friends with Mohan Waykoleand 2 others
धन्यवाद एकदम मौलिक माहिती मिळाली..!!
June 7 at 11:55am · Like
Abhijit Shinde thanks a lot mam
June 7 at 9:04pm · Like
Karnel Singh · Friends with Abhijit Kulkarni
our sanskriti has changed as per the changed yug ((kalyug),so gone is gone,enjoy what is prevailing today,be it usa or bharat...
June 8 at 11:52am · Like
हिंदीके सम्मुख 14 मुख्य सवाल
सितम्बर में होनेवाले विश्व हिंदी सम्मेलन के उपलक्ष्य में हिंदीके सम्मुख 14 मुख्य सवाल
by Leena Mehendale on Sunday, June 17, 2012 at 10:14pm ·
हिंदीके सम्मुख 14 मुख्य सवाल --
सेक्शन 1 – आधुनिक उपकरणोंमें हिंदी
1. हिंदी लिपिको सर्वाधिक खतरा -- अगले 10 वर्षोंमें मृतप्राय होनेका डर
2. संगणक पर, मोबाइलपर, निकट भविष्यमें बननेवाले ऐसे कितनेही उपकरणोंपर कहाँ है हिंदी
3. विकिपीडिया जो धीरे धीरे विश्वज्ञानकोषका रूप ले रहा है, उसपर कहाँ है हिंदी
सेक्शन –2 जनमानसमें
4. कैसे बने राष्ट्रभाषा
5. लोकभाषाएँ सहेलियाँ बनें या दुर्बल करें -- भारतमें 6000 से आधिक और हिंदीकी 3000 से अधिक बोलीभाषाएँ हैं, जो हमारे देशके लिये गर्व हैं फिर भी....
6. अंग्रेजीकी तुलनामें तेजीसे घटता लोकविश्वास
सेक्शन – 3 सरकारमें
7. हिंदीके प्रति सरकारी व्हिजन क्या है
8. सरकारमें कौन कौन विभाग हैं जिम्मेदार, उनमें क्या है कोऑर्डिनेशन, वे कैसे तय करते हैं उद्दिष्ट और कैसे नापते हैं सफलताको
9. विभिन्न सरकारी समितियोंकी शिफारिशोंका आगे क्या होता है
सेक्शन 4 -- साहित्य जगतमें --
10. ललित साहित्य के अलावा बाकी कहाँ है हिंदी साहित्य -- विज्ञान, भूगोल, कॉमर्स, कानून व विधी, बँक और व्यापारका व्यवहार, डॉक्टर और इंजीनिअर्सकी पढाईका स्कोप क्या है ।
11. ललित साहित्यमें भी वह सर्वस्पर्शी लेखन कहाँ है जो एक्सोडस जैसे नॉवेल या रिचर्ड बाखके लेखनमें है।
12. भाषा बचानेसेही संस्कृति बचती है -- क्या हमें अपनी संस्कृती चाहिये । दूसरी ओर क्या हमारी आजकी भाषा हमारी संस्कृतिको व्यक्त कर रही है।
13. युवा पीढी क्या कहती है भाषाके मुद्देपर -- कौन सुन रहा है युवा पीढीको।
14. आघुनिक मल्टिमीडिया संसाधनोंका प्रभावी उपयोग हिंदी और खासकर बालसाहित्यके लिये क्यों नही है
ou, Sanjay Bhagat, Shahidakhtar Sayyad, Nirmal Vaid and 17 others like this.
4 shares
Harihar Sharma भारत की अनेक जन जातीय भाषाओं की लिपि नहीं है ! अंग्रेज शासनकाल में उनकी लिपि रोमन बनाने का कुचक्र चला था ! जिसके दुष्परिणाम स्वरुप आज पूर्वांचल शेष भारत से प्रथक स्वर अलाप रहा है ! क्या ही अच्छा होता कि स्वतंत्र भारत में तो एसी जन जातीय भाषाओं की लिपि देव नागरी होती !
June 18 at 8:25am · Like · 1
Devendra Nath Misra Aapke prashnon se hindi ke bhavihya ke liye bade mahatvapoorna sujhaav nikalte hain .In prashnon par Bharat Sarkar ke official language dept. ko hindi ke vidvanon ke saath mil kar bhasha ke vikas kee yojanaa banaani chahiye
June 19 at 1:50am · Like · 1
Leena Mehendale देवेंद्रजी, वे तो शायद नही करेंगे। पर विभिन्न कॉलेजों, गोष्ठियोंमें ये उठते रहने चाहिये और प्रत्येक पर आनेवाले सुझाव इकठ्ठे किये जायें और राजभाषा विभाग के डायरेक्टर लेवलके ऊपर वाले सभीको एकत्रित बैठकके लिये बुलायें।
June 19 at 9:15am · Like
Devendra Nath Misra Ye ho sake to bahut achchhaa hai
June 19 at 1:08pm · Like
Sheela Dongre · Friends with Ashwini Tyagi and 1 otherSheela Dongre · Friends with Ashwini Tyagi and 1 otherलीला मेह्न्दड़े मेम,,आप के द्वारा उठाये गए हिंदी के प्रश्नों को पड़ा ,,,सर्वप्रथम जानकारी प्रद सवालों को उठाने के लिए आप की आभारी हूँ.. अंग्रेजी का बढ़ता प्रभाव हिंदी को मारक साबित होता जा रहा है,, हाल ही में मेरे पास सम्पादन के लिए आई "बिखरी ओस की बुँदे" नमक काव्य संकलन की खासियत ही ये रही कि इस संकलन में शामिल सभी कवी २० से २५ की उम्र के थे,, और उन सभी की यही शिकायत थी की हमारी अंग्रेजी में प्रकाशित किताबो को खरीदार भी मिल जाते है और प्रकाशन में भी कठिनाई नहीं होती.. जब की हिंदी के लिए इतना अच्छा प्रतिसाद नहीं मिलता,, हिंदी का राष्ट्रभाषा का सम्मान पाने का संघर्ष अब तक जरी है.. हमे भाषा को लेकर हमारी नीतियों की मिमासा करनी होगी,,,
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
मैने यह नहीं कहां कि हिंदी भाषा मरनेवाली है. में हिंदी लिपि और साहित्य की बात कर रहा हूं. आपको तो डार्विन का यह नियम मालूम ही है की जो समय के अनुसार बदलते हैं वही टिक पाते है. यह नियम यहां भी लागू होता हैं.
इसमे खुशी या नाखुशी की बात नहीं है. हमें फक्ट्स देखने चाहिए.
Leena Mehendale Mahavir Sanglikar --बडी भूल कर रहे हैं महावीरजी, यह खतरे भारत की हर भाषा, हर लिपी के लिये हैष आप चाहें तो मना लीजिये कि हिंदी मरनेवाली है लेकिन उसके बाद मराठीभी देखते देखते खतम हो दायगी -- आप थोडी देर अवश्य खुश हो लें।
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
खेद की बात यह है हिन्दीप्रेमी लोग आज भी इस भाषा को धर्म, संस्कृति, देश जैसी बातों से अलग नहीं कर पा रहें है. अंगरेजी जैसी भाषा इन बातों के परे गयी हैं. आज समय आ गया है की हिन्दी को धर्मवादियों की चुंगल, संस्कृत प्रचुरता से छुडाया जाय.
July 1 at 2:09pm · Like
Sheela Dongre · Friends with Ashwini Tyagi and 1 other
लीला मेह्न्दड़े मेम,,आप के द्वारा उठाये गए हिंदी के प्रश्नों को पड़ा ,,,सर्वप्रथम जानकारी प्रद सवालों को उठाने के लिए आप की आभारी हूँ.. अंग्रेजी का बढ़ता प्रभाव हिंदी को मारक साबित होता जा रहा है,, हाल ही में मेरे पास सम्पादन के लिए आई "बिखर...See More
June 21 at 12:40pm · Unlike · 1
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
हिन्दी साहित्य, हिंदी लिपि खतरे में है, लेकिन हिन्दी भाषा को कोई खतरा नहीं है, बल्कि यह भाषा दुनिया भर में फैल रही है. हिन्दी साहित्य पर संस्कृत भाषा हावी हो चुकी है, इसीलिए हिन्दी साहित्य का कोई भविष्य नहीं है. इसकी लिपि को ही देखिये... जब...See More
June 30 at 10:19pm · Like
Leena Mehendale Mahavir Sanglikar --बडी भूल कर रहे हैं महावीरजी, यह खतरे भारत की हर भाषा, हर लिपी के लिये हैष आप चाहें तो मना लीजिये कि हिंदी मरनेवाली है लेकिन उसके बाद मराठीभी देखते देखते खतम हो दायगी -- आप थोडी देर अवश्य खुश हो लें।
July 1 at 12:16pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
मैने यह नहीं कहां कि हिंदी भाषा मरनेवाली है. में हिंदी लिपि और साहित्य की बात कर रहा हूं. आपको तो डार्विन का यह नियम मालूम ही है की जो समय के अनुसार बदलते हैं वही टिक पाते है. यह नियम यहां भी लागू होता हैं.
July 1 at 2:02pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
इसमे खुशी या नाखुशी की बात नहीं है. हमें फक्ट्स देखने चाहिए.
July 1 at 2:05pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
खेद की बात यह है हिन्दीप्रेमी लोग आज भी इस भाषा को धर्म, संस्कृति, देश जैसी बातों से अलग नहीं कर पा रहें है. अंगरेजी जैसी भाषा इन बातों के परे गयी हैं. आज समय आ गया है की हिन्दी को धर्मवादियों की चुंगल, संस्कृत प्रचुरता से छुडाया जाय.
July 1 at 2:09pm · Like
हर भाषा, हर लिपी के लिये हैष आप चाहें तो मना लीजिये कि हिंदी मरनेवाली है लेकिन उसके बाद मराठीभी देखते देखते खतम हो दायगी -- आप थोडी देर अवश्य खुश हो लें।
July 1 at 12:16pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
मैने यह नहीं कहां कि हिंदी भाषा मरनेवाली है. में हिंदी लिपि और साहित्य की बात कर रहा हूं. आपको तो डार्विन का यह नियम मालूम ही है की जो समय के अनुसार बदलते हैं वही टिक पाते है. यह नियम यहां भी लागू होता हैं.
July 1 at 2:02pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
इसमे खुशी या नाखुशी की बात नहीं है. हमें फक्ट्स देखने चाहिए.
July 1 at 2:05pm · Like
Mahavir Sanglikar · 155 mutual friends
खेद की बात यह है हिन्दीप्रेमी लोग आज भी इस भाषा को धर्म, संस्कृति, देश जैसी बातों से अलग नहीं कर पा रहें है. अंगरेजी जैसी भाषा इन बातों के परे गयी हैं. आज समय आ गया है की हिन्दी को धर्मवादियों की चुंगल, संस्कृत प्रचुरता से छुडाया जाय.
July 1 at 2:09pm · Like
At Darbhanga, Pre-degree March 16, 2010
ADD PHOTO
March 16, 2010
At Darbhanga, Pre-degree, CM College. A photo was taken with Veena Mishra (now Dr. Mrs Pande) Where in Patna is she?
March 16, 2010
At Darbhanga, Pre-degree, CM College. A photo was taken with Veena Mishra (now Dr. Mrs Pande) Where in Patna is she?
- You, Krishnakumar Pradhan, Chandrashekhar Holmukhe, Pratibha Chaudhari and 12 others like this.
- Leena Mehendale ये चैत्र नवा हा नव्या पालवीसंगे
रानात फुलांचे वसंतस्वागत रंगे
हा नव्या ऋतूचा श्वास नवा स्वच्छंदी
हे वर्ष नवे ही नव्या शकाची नांदी
ही चैत्रपालवी वाचावी, वाढावी यासाठी कागदाची बचत करण्याचे उपाय शिकू या. धन्यवाद.
पाडव्याच्या हार्दिक शुभेच्छा! - Ashwinikumar Deore Face of a Girl Confident of herself, curious and thirsty of knowledge , firm on her opinion and clean at heart and not having prejudices about anything about anything.
- Leena Mehendale धन्यवाद. दोन वर्षांपूर्वी एक लेख लिहितांना तीच नुलगी मनांत होती अन् कुठलेही नवे काम करताना तीच राहो.
http://rajkeeya-chintan.blogspot.com/2008/06/blog-post_7905.html - Vinayak Mulay · 21 mutual friendsDo you remember your past days related withthe image ( so Confident, curious )
- Sunil Gaikwad मॅडम... तेव्हा मी जन्मलोही नव्हतो
माझा पहिला फोटो काढला तो १९७३ मध्ये... वयाच्या ५व्या वर्षी
लाकडी घोड्यावर बसून....आणि स्माइल म्हटल्यावर सगळे दात दाखवून हसतांना....
आणि दुसरा १० वी च्या परीक्षेसाठी १९८३ मध्ये....पासपोर्ट साइज़.... फुल्ल टेन्षन मध्ये .... - Leena Mehendale "Do you remember your past days related with the image ( so Confident, curious )" -- yes I do. Had just joined college and enjoying my proficiency with maths which would put many in awe
- Jayesh Pathak Pls.also join http://shrilaxminarayan.webs.com/and support the charitable trust.Be sure it will never ask you for any donation coz the trust has Ample money for the cause,So plz Join Thanks!
- Leena Mehendale If the trust has Ample money for the cause, then what support does it need from members?
- Jayesh Pathak Thanks Madam.We need information from where animals are purchased for slaughter,Route of transport,final destination.
For instance,Khetiya (M.P) stunted bullocks cows,calves,he-buffalos from adivasis in Satpuda purchased at per kg weight.grouped 25-30 animals,marked with oil-paint on different part of body-coat,a very poor man who is feebly paid,walks along with animals.they travel cross-country (not on usual road) the paraphernalia walks towards Navapur for killing.If intercepted/interrogated,the poor man knows nothing.This is a continuous process all Year.Police officials after their "inquiry" get "Satisfied" with Answers from real ownerhanimkas of" Maal"which makes 10 times "Maalamal"! Lucrative business ! Usually Police asks us Where will you feed such rescued cattle? Madam I have answer! I own a 9 acre land 750meters awa frm the Shahada police station with fodder,shelter,warer and Veterinary aid for ailing animals.We are a group of volunteers.We have our 3-4 advocates provides all legal help.for Free. - Tejas Chaudhari @jayesh sir_hoy sir hi asli kam amchya jalgaaon district chya mp boarder war pan chaltat ani ti pan agdi khullamkhulla
- Dnyaneshwar Kedar nice 1.truly , the vintage things are those we must celebrate! at the then time who knows that this simple girl will be a wonder woman for administration!! Ur deeds are really adorable.
- Leena Mehendale We need information from where animals are purchased for slaughter,Route of transport,final destination.--- simple thing to start is to stop a vehicle and check if the no of animals, free space to them etc are followed, secondly does the driver carry a certificate from vet doctor, reg unfit for other work, hence fit for slaughter.
- Kanchan Thorat Kiti Sundar, niragas chehara....mothe dole...sundar mothe kes..... rechiv bhuvaya...........so cute
- Rationalist Rajendra Gadgil वा असा निरागस अल्लडपणा पाहणे कठीण ,दोन वेण्या तर घालताही येणार नाहीत अर्थात हल्ली वेळ कुणाला आहे म्हणा
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